Dr Meenu Poonia “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Meenu Poonia 3 Jun 2022 · 1 min read ऐसे हैं मेरे पापा हमारी खुशी के लिये घोड़ा भी बन जाते संवारते हमारा बचपन हैं पापा, भावना अपनी नहीं करते व्यक्त लेकिन संवेदना का भण्डार हैं पापा, हमारे उज्ज्वल भविष्य के लिये दिन-रात... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 3 338 Share