हरवंश हृदय “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid हरवंश हृदय 17 Apr 2022 · 1 min read पिता महज एक व्यक्ति नहीं है संतति के सिर पर साये सा, माँ के माथे की बिंदिया है पिता महज एक व्यक्ति नहीं है, कायनात है, पूरी दुनिया है जिसकी चमक सहज ही अम्मा की आंखों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 41 94 1k Share