Surabhi bharati “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Surabhi bharati 18 May 2021 · 1 min read "बरसती आंखे" बरसात होती हैं आँखो से , जब एक औरत की उलाहना होती है... बरसात होती हैं आँखो से, जब उसका बनाया खाना उसके ससुराल वालो को बेस्वाद लगता है ....... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 2 383 Share Surabhi bharati 17 May 2021 · 1 min read "पहली बरसात" जब तुमसे पहली मुलाकात हुई थी, तब धीमी धीमी बरसात हुई थी उस दिन ट्रेन ज़रा लेट हुई थी, जब धीमी धीमी बरसात हुई थी तुम्हारा एक टक मुझे यू... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 6 387 Share Surabhi bharati 17 May 2021 · 1 min read बाल बारिश बारिश आई झम झम झम, नाची गुडिया छम छम छम! बादल गरजे गड़ गड़ गड़, छोटू छिप गया हाथ पकड़! बिजली चमकी चम चम चम, बाहर निकलना थोड़ा कम! ठंडी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता · बाल कविता 4 5 598 Share Surabhi bharati 16 May 2021 · 1 min read मुझे बारिश पसंद है मुझे बारिश पसंद है हाँ बचपन से ही मुझे बारिश पसंद है... घर के अंदर बंद खिड़की से झाककर अच्छा लगता था पानी की बूंदो को धरती पर आते ही... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 4 11 459 Share Surabhi bharati 16 May 2021 · 1 min read रहमतो की बरसात बरस आती है जब बरसात, बहुत कुछ लाती है अपने साथ हर उमर मैं अलग कहानी कह जाती हैं ये बरसात.... बचपन मे स्कूल से घर लोटते वक़्त एक दुसरे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 7 340 Share