Dr. Sukriti Ghosh “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Sukriti Ghosh 27 May 2021 · 1 min read बरसात का सपना कल मैंने एक सपना देखा, मेघाच्छादित अंबर देखा कृष्ण घनेरे मेघ पुंज से दिनकर को आछन्न सा देखा रजतप्रभा सी आलोकित, तड़ितवृंद को गर्जित देखा शीतल मंद बयार सहित, तरुवर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 12 403 Share Dr. Sukriti Ghosh 27 May 2021 · 1 min read सुख की बरसात इक रोज सुना मैंने धरती को बोल रही थी आसमान से थकी हुई नजरों से धरणी देख रही थी मीत को अपने बोली सुख की ऐसी बारिश कर दो अबकी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 6 740 Share