Saurabh Chaudhary “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Saurabh Chaudhary 20 May 2021 · 1 min read "फ़िर से बरसात आ गई है" "फ़िर से बरसात आ गई है" प्यास से व्याकुल था धरती का आँचल, घिर आयी काली घटायें उमड़ आये गड़गड़ाते बादल, सुनाई देने लगी वर्षा की बूंदो की टिप-टिप, भीग... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 6 446 Share