रमेश कुमार सिंह 'रुद्र' “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रमेश कुमार सिंह 'रुद्र' 18 May 2021 · 1 min read सावन की फुहार सावन की फुहार की बूंदें अपने अन्दर शितलता का भण्डार लिए सभी जीव जन्तु के कल्याण हेतु लेकर उतर गई है सभी कलियाँ खिल गई है आपस में झूम रही... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 4 313 Share रमेश कुमार सिंह 'रुद्र' 18 May 2021 · 1 min read काली घटा खुले आसमान में बादलों का उमड़ना सभी जीवों को गर्मी से राहत पहुंचाना मानो बादलों का बदलीं रूपी मुस्कान, बुन्दो के रुप में शीतलता प्रदान करना सबको ठन्डे मौसम का... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 286 Share रमेश कुमार सिंह 'रुद्र' 18 May 2021 · 1 min read राहत बरसात का मौसम है पानी टपक रहा है शीतलता मिल रही है आनन्द आ रहा है बारिश के बुन्दों से तन-मन सिहर रहा है ठन्डी- ठन्डी हवाओं से मन मचल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 1 485 Share