रीतू सिंह “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रीतू सिंह 9 Jun 2021 · 1 min read "गर बादल होता तो" कितनी नफ़रत है तुम्हारे लिए मेरे इस दिल में, ??कितनी नफ़रत है तुम्हारे लिए मेरे इस दिल में। काश तुझे एक बार दिखा सकता, ?️?️गर बादल होता तो बरसात की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · शेर 7 3 362 Share रीतू सिंह 29 May 2021 · 1 min read "मन का सुकून" ?️?️भीग जाने दो मुझे बरसात में, ??शायद उसका एहसास तो धुल जाए। ??उसे भूल जाने की उम्मीद तो नही, ❤️❤️पर दिल की करके क्या पता मन को सुकून आ जाए। “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · शेर 7 10 460 Share रीतू सिंह 28 May 2021 · 1 min read "बरसात की थी एक कहानी" रिमझिम रिमझिम बरसा पानी, बरसात की थी एक कहानी। हवा भी थी जोरों से, बादल भी गरजे शोरो से। वन उपवन भी भीगा था, प्रेम रस की बूंदों से। विरह... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 17 740 Share रीतू सिंह 26 May 2021 · 1 min read "मुदत्तो बाद फिर वही बरसात हुआ करती है।" तेरे बिन अधूरे हम और विरान सी रात हुआ करती है, मुदत्तो बाद फिर वही बरसात हुआ करती है। हवा का झोंका तन को छू तेरी याद दिलाया करती है,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 25 473 Share