Neha “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Neha 12 Jun 2021 · 1 min read अमृत धारा नील गगन से आने वाली वर्षा संग लाना तुम अमृत धारा धुल जाये सब पीड़ा जग की सुन लो बात यह अन्तर्मन की आज जग में छाया सघन अन्धकार त्राहि... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 18 812 Share Neha 1 Jun 2021 · 1 min read बरखा नील गगन में बादल गरजे उमड़ घुमड़ कर शोर मचाते जाने किस छोर से आ जाते कभी आंख मिचौली खेलते भर अपने संग पानी लाते रिमझिम रिमझिम खूब बरसते प्यारी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 13 1k Share Neha 18 May 2021 · 1 min read वर्षा ऋतु नभ में बिछा काले मेघों का जाल सेना दल खड़े जैसे युद्ध में तैनात दामिनी दमकी कोई वज्र प्रहार हो मेघ चीर बाणों सी निकली वर्षा की धार अन्धकार से... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 19 1k Share