Mamta Rani “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Mamta Rani 22 May 2021 · 1 min read बरसात बरसात हमदम तुम्हीं तुम्हीं हो साथी,दिया जैसे बिन बाती हमसफ़र हो तुम राहों का तुम साथी तुम ही पाती सुख दुख के इस संगम में तुम ही संगी तुम ही... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 7 461 Share