Dhanraj Khatri “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Dhanraj Khatri 17 May 2021 · 1 min read बरसात (बारिश) मिलने को जमीं से आसमां आती है बारिश बनकर दे जाती है सौगात बहुत सी वो जमीं से मिलकर है दोस्ताना इनका पुराना जब भी मिलते है इन्हें देखता है... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 8 355 Share