Harinarayan Tanha “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Harinarayan Tanha 14 Jun 2021 · 1 min read बात होती ही नही है उस बात कि तरह बात होती ही नही है उस बात कि तरह रात होती ही नहीं है उस रात कि तरह तनहा कहने को है रंगीन आलम मगर बरसात होती ही नही है... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 3 4 472 Share Harinarayan Tanha 9 Jun 2021 · 1 min read बरसात की प्रतीक्षा बरसात की प्रतीक्षा कर रहा हूं मैं जब से फेंका है मैने कुछ बीज पपीते के मिट्टी में तब से ही कब वो घड़ी आएगी जब मिट्टी का दामन छोड़... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 10 431 Share