Buddha Prakash “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Buddha Prakash 3 Jun 2021 · 1 min read बरसात में गलतियांँ बरसात में गलतियांँ हो जाती हैं अक्सर । तैरने जाते पोखर में जमीन खिसक जाती है तल से, कुछ लोग बिछड़ जाते कुछ याद आते हैं इस मौसम में, बरसात... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 10 379 Share Buddha Prakash 28 May 2021 · 1 min read तू न आया बरसात में तू न आया बरसात में, बैठी हूंँ तेरे इंतजार में, लगने लगी सावन की झड़ी, याद ना आई एहसास में । मेघा बरसे तू ना तरसे, प्यास बढ़ रही रात... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 2 545 Share Buddha Prakash 23 May 2021 · 1 min read बरसात की छतरी रंग-बिरंगी छतरी आई, छोटी-बड़ी लगे सुंदर-सी । रिमझिम-रिमझिम बरसात में, बूंँदों से बचूँ आज मैं । टिप-टिप पानी टपक रहा है, घन केश के छांँव में । भीग-भीग कर नहीं... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · बाल कविता 12 10 1k Share Buddha Prakash 20 May 2021 · 1 min read बरसात का जल सबको रिझाता जब भी बरसात का मौसम आता, दानव-सा बादल छा जाता, काले-काले और बड़े- बड़े , दिखते हैं खूब घने, लेकर जल सागर से, आकर छत के ऊपर खड़े, सूरज को... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 6 346 Share Buddha Prakash 16 May 2021 · 1 min read बरसात आई झूम के... बरसात आई झूम के...। पवन करे शोर, कोयल की मधुर गुंजन, मयूरा नाचे भोर, चिड़िया की चीं-चीं सुनकर, मन बहलाए घन-घोर । बरसात आई झूम के...।।१। गरज रहे हैं तीव्र... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 12 778 Share