bhandari lokesh “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid bhandari lokesh 15 Jun 2021 · 1 min read वो इश्क़ क्या ? वो इश्क़ क्या, जिस इश्क़ की सजा नहीं हुई वो जिंदगी रंगीन नहीं, जो तबाह नहीं हुई वो ख़्वाब क्या, जिन ख़्वाबों में शामिल नहीं हो तुम अब बचा नहीं... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 525 Share bhandari lokesh 20 May 2021 · 1 min read मुबारक हो - बारिश मुबारक हो - बारिश यूँ तेरा बरसना है मेरे सनम को, थोड़ा संवरना वो आती ही होगी, तेरी पनाह में सिखा देना उसको, मोहब्बत गुनाह है कहना ये लड़का पागल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 418 Share bhandari lokesh 20 May 2021 · 1 min read फिर से तेरी याद ये तो बस शुरुआत थी बेमौसम बरसात की पता नहीं क्या जुल्म करेगी फिर से तेरी याद भी थोड़ा सा तड़पायेगी और पागल सा कर जायेगी फिर से इक बार... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 315 Share