आचार्य सदानन्द पाल “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आचार्य सदानन्द पाल 3 Jun 2021 · 1 min read अब बादल मौत लेकर आता है अब बादल मौत लेकर आता है, जब चाहिए भारतीय किसानों को- तब यूरो पाने यूरोप चले जाता है। मानसून पूर्व बारिश की बारिशी इतनी तंज कसता व रंज लाता है,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 8 357 Share आचार्य सदानन्द पाल 28 May 2021 · 1 min read पापा सठिया गए हैं ठंढक सुप्रभात, रात बेरुखी, तपते दिवस, बारिश में स्कूल चले हम ! पर अब यह स्कूल दिवास्वप्न है कोविड के कारण ! स्कूल में जो खेलते कागज की नाव-नाव.... उसके... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 8 342 Share आचार्य सदानन्द पाल 28 May 2021 · 1 min read आफ़तों का बारिशनामा दिन-रात की बारिश से यास चक्रवात से दो लाख से अधिक की पुस्तकें, पत्र-पत्रिकाएँ भींग गई.... घर की टीनवाली छत कई जगह से रिस रही है, चू रही है.... पुस्तकप्रेमी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 4 280 Share आचार्य सदानन्द पाल 28 May 2021 · 1 min read यह कैसी ज़िंदगानी ? पहले बरसात होती थी मस्त अब तो मानसून से पूर्व की बारिश ने ही इतनी उद्धम मचाई है कि दिल, घर, बाज़ार सब जगह ही पानी ही पानी.... पानी-पानी-पानी.... कि... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 6 287 Share आचार्य सदानन्द पाल 27 May 2021 · 1 min read बरसात में श्राद्ध सदाबहार सुबह खूब बरसो मेघा कि दिल प्यासी ही रह जाय.... लेकिन ये मेघा कहीं बहुत तबाही मचाने आयी है ! वैसे पूरी दुनिया ही तबाह हो चुकी है कोविड... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 4 286 Share