आर.एस. 'प्रीतम' “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आर.एस. 'प्रीतम' 29 May 2021 · 1 min read #तेवरी - बरसात नीलगगन में मेघ घिर , ले आए बरसात। बरस-बरस हर्षा रही , मन भाए बरसात।। काग़ज़ की कश्ती चली , पानी ऊपर बैठ। बचपन की है ये कला , उर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · तेवरी 3 4 644 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 May 2021 · 1 min read #बरसात ऐसी करना बादल काले मेघा जल बरसाओ , तपती धरती रेगिस्तान। आशाएँ तुमसे लगी हुयी , अभिनंदन सब करें किसान।। अंकुर को नयी जवानी दो , गुड़धानी का दो सम्मान। ताल नदी सब... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 6 355 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 May 2021 · 1 min read #गीत - बरसात का मौसम बादल ने लेकर अँगड़ाई , बारिश ऐसी बरसाई। तन भीगा है मन में हलचल , याद तुम्हारी हो आई।। मेरा भी हाल हुआ ऐसा , जैसा है यार तुम्हारा। दौड़ी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 2 547 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 May 2021 · 1 min read #बरसात धरा हुयी बेचैन तो , घन लाए बरसात को। प्रेम उसे ही सब कहें , समझे उर ज़ज़्बात को।। सूखे नद तालाब थे , तरुवर सभी उदास थे। खुशियाँ देने... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 474 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 May 2021 · 1 min read कविता - 'बरसात'/रुबाइयाँ ‘बरसात’/रुबाइयाँ रिमझिम-रिमझिम सावन बरसे, मौसम हुआ सुहाना है। शीतल महका पवन चले है, दिल करता दीवाना है। बादल गरजें बिजली चमके, धक-धक दिल में होती है; आओ भीगें इस मौसम... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 2 10 387 Share