आर एस आघात "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid आर एस आघात 1 Feb 2021 · 1 min read ओ बैरिया तेरी बैरन प्यासी.. ओ बैरिया तेरी ...बैरन प्यासी ...2 बहुत दिनों से दर नहीं भटके .. बैरन रहत उदासी .... ओ बैरिया तेरी बैरन प्यासी ..2 दिन बतियों के बीत गए हैं ..... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 63 826 Share