Jatashankar Prajapati "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Jatashankar Prajapati 10 Jan 2021 · 1 min read मचा है हाहाकार कोरोना के कहर से, मचा है हाहाकार। देखो पैदल चल पड़े, छोड़ सभी घरबार। सिर पे गठरी गोद में बच्चा, लिए हुए मजदूर। जाने कैसी विपदा आई, हुए बहुत मजबूर।... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 17 744 Share