Suchi Sandeep "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Suchi Sandeep 4 Nov 2018 · 1 min read अमिय स्वरूपा माँ "अमिय स्वरूपा माँ" (राधेश्यामी छन्द) घट भीतर अमृत भरा हुआ, नैनों से गरल उगलती है, मन से मृदु जिह्वा से कड़वी, बातें हरदम वो कहती है, जीवन जीने के गुर... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 31 499 Share