Kanhaiya Tomar "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Kanhaiya Tomar 24 Nov 2018 · 1 min read माँ लाख सीखी मैंने होशियारी पर दिल का अभी कच्चा हूँ मैं अपनी मम्मी के लिए आज भी नन्हा बच्चा हूँ उसकी आँचल की छाँव तले आज भी वहीं सुख मिलता... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 31 399 Share