Shikkha Sharrma "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Shikkha Sharrma 30 Nov 2018 · 1 min read माँ धुंए की तरह उड़ा दे सारी परेशानियां "माँ" की इस कदर बरसती है मेहरबानियां बार-बार निहारने के बाद खुद पर वहम करे माँ" काला टीका लगाकर नज़र उतारने के सौ-सौ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 21 605 Share