Sandeep Vyas "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sandeep Vyas 24 Nov 2018 · 1 min read माँ कितनी गहराई है तेरे मन की माँ रोज़ उतरता हूँ गोते लगता हूँ इस प्यार के सैलाब में एक ख़ुशनुमा नदी बहती है तेरे मन में एक ऊँचाई है स्वाभिमान... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 22 349 Share