संजीव शुक्ल 'सचिन' "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Nov 2018 · 1 min read माँ की महिमा माँ की महिमा ***************** जिसकी बाहें सुख देती है, जैसे कोई पलना। उंगली पकड़ जिसका हमने,सीखा पग-पग चलना।। जिसके पैरों में जन्नत की, बात सभी करते हैं। जिसके उर में... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 83 104 1k Share