Rituja Baghel "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Rituja Baghel 22 Nov 2018 · 1 min read माँ अभी-अभी तो सोई थी अभी-अभी वह जाग गया, माँ की उनींदी आँखों से सुन्दर सा सपना भाग गया , छिल चुकी छाती से अपने नन्हे को लगाती है, माँ कितनी... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 41 1k Share