शक्ति राव मणि "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid शक्ति राव मणि 1 Nov 2018 · 1 min read माँ तेरी आँचल में माँ तेरी आँचल में ही अपना-सा लगता है दूर हूँ तेरी आँचल से तो सपना-सा लगता है। अहजान जानों-जहान तू,प्रिय तू, पुराण-ब्रहमाण तू ध्यान कैसे भंग होगा,ॐ उच्चारण भी माँ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 25 565 Share