पण्डित धीरेन्द्र त्रिपाठी "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid पण्डित धीरेन्द्र त्रिपाठी 11 Nov 2018 · 1 min read माँ - एक उपहार जगपालक ने जगपालन को जननी का उपहार दिया। उस दिनबंधु ने दिनों को माँ का एक आधार दिया ।। माँ के रहते कोई भी कभी भी भूखा सोया न ,... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 27 570 Share