मनोज राठौर मनुज "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid मनोज राठौर मनुज 13 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ हकीमों से तो लगता है मुझे माँ का जिगर अच्छा | हजारों इन दवाओं से जो होता है असर अच्छा | बतादे राज मुझको माँ यहाँ आखिर छुपा क्या... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 82 643 Share