अमित कुमार "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid अमित कुमार 2 Nov 2018 · 1 min read माँ ! तेरा समर्पण शब्दों में, माँ ! कह या कोई रच सकता ? तेरे प्रेम की अनुभूति निराली इससे क्या कोई बच सकता? ब्रम्हांड निःशब्द हो जाता है तेरी ममता का... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 39 1k Share