Anand singh rathaur "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Anand singh rathaur 5 Nov 2018 · 1 min read क्योंकि माँ तो, माँ होती है ।। - कवि आनंद धरती के रज से बालक का, जब प्रथम समागम होता है । कोई बच्चा, इस दुनिया को , जब देख ठिठक कर रोता है ।। होकर उल्लासित माँ, उसको तत्क्षण... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 45 1k Share