जनार्दन पाठक 'धुरंधर' "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid जनार्दन पाठक 'धुरंधर' 15 Nov 2018 · 1 min read माँ की गोद... कुंडलिया छंद आश्रय देकर गोद में, सदा लुटाती प्यार ; धरती धीरज धारणी, सहती कष्ट अपार ; सहती कष्ट अपार, सभी मन शांति डालती ; देती अन्न अपार, सभी का... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 39 767 Share