Diwakar Ray "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Diwakar Ray 4 Nov 2018 · 1 min read माँ अन्तरतम की गहराई से हृदय की सच्चाई से संवेदना की अनुभूति से वात्सल्य की प्रीति से शृंगारती है माँ। सुरमयी संगीत बनकर शास्त्र-शस्त्रों में निपुणकर हर बला-दुख दूर कर कर... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 30 724 Share