डॉ. दीपक मेवाती "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. दीपक मेवाती 5 Nov 2018 · 1 min read माँ जो सोचता, वो बोलता,अपने सारे राज उनके सामने खोलता कुछ सही, कुछ ग़लत, कुछ अच्छा, कुछ बुरा बहुत कुछ झूठा, थोड़ा सच्चा पर अब न कोई बात होगी, हर बात... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 42 1k Share