अविनाश तिवारी "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid अविनाश तिवारी 19 Nov 2018 · 1 min read माँ हे माँ।कठिन है करना,तुम्हे शब्दों में वर्णित। हूँ निर्मित तुमसे तुमसे ही है,ये जीवन चलित। हे जननी। सृष्टि का सार तत्व,है तुममे समाहित। लेकर तुम्हारी कोख से जन्म,हुआ मै अनुग्रहित।... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 37 834 Share