Ashwani Sharma Joshi "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashwani Sharma Joshi 9 Nov 2018 · 1 min read जानती है माँ हर बात को कहने से पहले जानती है माँ, नाकारा हो चाहे बेटा पर अपना मानती है माँ, वो रोती है, सिसकती है, बहुत फटकार खाती है, ग़मो में भी... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 46 1k Share