Arvina "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Arvina 11 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ संवाँर लो जरा माँ तुम भी श्रृंगार करो धूल धूसरित उलझी लट संवार रेशम सा लहरालो आँचल के पैबंद हटालो फूलों सी कोमल साडी़ आज पहनों तो जरा दिल... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 56 587 Share