Annu Ann "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Annu Ann 9 Nov 2018 · 1 min read मां माँ माँ उठो! कब तक सोती रहोगी, रोज़ तो मुर्गे की बाँग से पहले जाग जाती थी, मुँह-अँधेरे तेरे गोबर से आँगन लीपने की सरसराहट, मेरी नींद उखाड़ दिया करती... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 25 142 1k Share