Akhilesh verma "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Akhilesh verma 1 Nov 2018 · 1 min read ज़िंदगी है माँ माँ है पिता चाँद ..चाँदनी है माँ गर है विश्वास बस वही है माँ। नास्तिक मैं कहीं न हो जाऊँ इक मेरी आस . वंदगी है माँ। उसके अहसान... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 23 743 Share