Manjusha Srivastava "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Manjusha Srivastava 12 Nov 2018 · 1 min read माँ ******** जीवन की अरुणाई माँ है ,भीनी सी अमराई माँ है , त्याग तपस्या की मूरत सी,भावों की गहरायी माँ है | ग्यान मयी गीता गंगा है ,जीवन धन माँ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 38 1k Share