manish kalal "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid manish kalal 22 Nov 2018 · 1 min read एक माँ ही होतीं है....!! उसे अपना मान, सम्मान और साया मानकर जीवन गुजारने वाली एक मां होती है। एक माँ ही होती हैं....!! एक नन्ही-सी जान को, एक मां अपने कोख में नौ: महिने... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 21 1k Share