वर्तमान पुस्तक ‘‘शायरी का गुलदस्ता’’ का आधार मरहूम जनाब गोपाल कृष्ण मलहोत्रा, अरशद जी की पुस्तक ‘‘गुलदस्ता’’ है जिसमें शायर ने अपनी लेखनी से मशहूर शायर और स्वयं के शेर... Read more
वर्तमान पुस्तक ‘‘शायरी का गुलदस्ता’’ का आधार मरहूम जनाब गोपाल कृष्ण मलहोत्रा, अरशद जी की पुस्तक ‘‘गुलदस्ता’’ है जिसमें शायर ने अपनी लेखनी से मशहूर शायर और स्वयं के शेर कलमबद्ध किये है।