Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Oct 2024 · 1 min read

“Appreciate the efforts. When someone is giving their all to

“Appreciate the efforts. When someone is giving their all to make you feel special and better, appreciate it.
Not everyone would do that for you. Not everyone would go their limits and beyond to make you feel loved.

Efforts are rare so appreciate it before it starts to fade because no matter how much a person cares about you, if their constant efforts aren’t appreciated properly, it would push them away slowly.

So appreciate and value those efforts before you are left with a lot of regrets and grief.”

44 Views

You may also like these posts

आ थू
आ थू
Acharya Rama Nand Mandal
*ये रिश्ते ,रिश्ते न रहे इम्तहान हो गए हैं*
*ये रिश्ते ,रिश्ते न रहे इम्तहान हो गए हैं*
Shashi kala vyas
दीवाने खाटू धाम के चले हैं दिल थाम के
दीवाने खाटू धाम के चले हैं दिल थाम के
Khaimsingh Saini
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।
Phool gufran
Me and My Yoga Mat!
Me and My Yoga Mat!
R. H. SRIDEVI
टूटी बटन
टूटी बटन
Awadhesh Singh
कहाॅ॑ है नूर
कहाॅ॑ है नूर
VINOD CHAUHAN
घाव वो फूल है…..
घाव वो फूल है…..
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
धेनु चराकर सोचते, प्यारे नंद किशोर (कुंडलिया)
धेनु चराकर सोचते, प्यारे नंद किशोर (कुंडलिया)
Ravi Prakash
यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल)
यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
*बेटी की विदाई*
*बेटी की विदाई*
Dushyant Kumar
........
........
शेखर सिंह
F
F
*प्रणय*
तेरा ज़िक्र
तेरा ज़िक्र
Sakhi
Success Story-1
Success Story-1
Piyush Goel
आज भी मुझे याद है
आज भी मुझे याद है
manorath maharaj
कुछ बातें ज़रूरी हैं
कुछ बातें ज़रूरी हैं
Mamta Singh Devaa
बहते हुए पानी की तरह, करते हैं मनमानी
बहते हुए पानी की तरह, करते हैं मनमानी
Dr.sima
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Rambali Mishra
मेरी पहचान!
मेरी पहचान!
कविता झा ‘गीत’
हम बैठे हैं
हम बैठे हैं
हिमांशु Kulshrestha
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"अवसाद"
Dr. Kishan tandon kranti
अम्बे तू गौरी
अम्बे तू गौरी
रुपेश कुमार
घनघोर अंधेरी रातों में
घनघोर अंधेरी रातों में
करन ''केसरा''
युद्ध का आखरी दिन
युद्ध का आखरी दिन
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
2687.*पूर्णिका*
2687.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गिरगिट माँगे ईश से,
गिरगिट माँगे ईश से,
sushil sarna
उसकी जिम्मेदारियां कभी खत्म नहीं होती,
उसकी जिम्मेदारियां कभी खत्म नहीं होती,
manjula chauhan
*SPLIT VISION*
*SPLIT VISION*
Poonam Matia
Loading...