Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jan 2025 · 1 min read

“Anyone can say ‘I love you,’ but not everyone can choose yo

“Anyone can say ‘I love you,’ but not everyone can choose you. Choosing means staying, even when it’s hard. True love is choosing that person over and over again, no matter what.

21 Views

You may also like these posts

" सुनिए "
Dr. Kishan tandon kranti
जो मेरा है... वो मेरा है
जो मेरा है... वो मेरा है
Sonam Puneet Dubey
बुढापे की लाठी
बुढापे की लाठी
Suryakant Dwivedi
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
घूंट कड़वा ही सही हमदम तेरे इश्क का,
घूंट कड़वा ही सही हमदम तेरे इश्क का,
श्याम सांवरा
आसान होती तो समझा लेते
आसान होती तो समझा लेते
रुचि शर्मा
प्रार्थना
प्रार्थना
Dr.Pratibha Prakash
सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।।
सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।।
Abhishek Soni
'ਸਾਜਿਸ਼'
'ਸਾਜਿਸ਼'
विनोद सिल्ला
एक बात हमेशा याद रखिए जब किसी की ग़लती करने पर गुस्सा आये तो
एक बात हमेशा याद रखिए जब किसी की ग़लती करने पर गुस्सा आये तो
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
उसकी याद में क्यों
उसकी याद में क्यों
Chitra Bisht
सोच अपनी-अपनी
सोच अपनी-अपनी
Nirmla Chauhan
हमें एक-दूसरे को परस्पर समझना होगा,
हमें एक-दूसरे को परस्पर समझना होगा,
Ajit Kumar "Karn"
दोस्ती अपनेपन का अहसास
दोस्ती अपनेपन का अहसास
Rekha khichi
कदम आगे बढ़ाना
कदम आगे बढ़ाना
surenderpal vaidya
रजस्वला
रजस्वला
के. के. राजीव
उसे छोड़ना ही पड़ा..!!
उसे छोड़ना ही पड़ा..!!
Ravi Betulwala
हमने एक बात सीखी है...... कि साहित्य को समान्य लोगों के बीच
हमने एक बात सीखी है...... कि साहित्य को समान्य लोगों के बीच
DrLakshman Jha Parimal
डॉ. नामवर सिंह की आलोचना के प्रपंच
डॉ. नामवर सिंह की आलोचना के प्रपंच
कवि रमेशराज
खण्डहर
खण्डहर
OM PRAKASH MEENA
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
Ankita Patel
मैं साहिल पर पड़ा रहा
मैं साहिल पर पड़ा रहा
Sahil Ahmad
सविधान दिवस
सविधान दिवस
Ranjeet kumar patre
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
तू सरिता मै सागर हूँ
तू सरिता मै सागर हूँ
Satya Prakash Sharma
3209.*पूर्णिका*
3209.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अल्फाजों मे रूह मेरी,
अल्फाजों मे रूह मेरी,
हिमांशु Kulshrestha
एक पेड़ की पीड़ा
एक पेड़ की पीड़ा
Ahtesham Ahmad
मिट्टी के परिधान सब,
मिट्टी के परिधान सब,
sushil sarna
पॉजिटिव मैरिज
पॉजिटिव मैरिज
पूर्वार्थ
Loading...