_मां शारदे !!
मां शारदे मैं करती तेरा वंदन…..
सभा में आज फिर मां आपका अभिनंदन
चुन-चुन कर लाई पीले पुष्प मै करती चरणों में अर्पण
मां शारदे में करती तेरा वंदन……
विराजित मां हंस पर लेकर कर में सुंदर वीणा
भावनाओं से लिपटे शब्दों से कुछ करती कमाल ‘सीमा’
अज्ञान को हर कर मां ज्ञान की ज्योति से भर देना मन
मां शारदे मैं करती तेरा वंदन…..
आपकी कृपा से मेरी वाणी के शब्द दूसरों के उर में उतरते
आशीर्वाद रहे माता मेरे गीतों के सुर यूं ही रहे सजते
सुनकर झूमे सब गण खुशी के प्रसून बरसाते गुनी जन
मां शारदे मैं करती तेरा वंदन….
हम कवियों की है कर जोड़ प्रार्थना
दूर करें मां हुई है संसार की दुर्दशा
कपटछल नितार कर हर इंसान को दे दया का धन
मां शारदे मैं करती तेरा वंदन…
सभा में आज फिर मां आपका अभिनंदन ।।
– सीमा गुप्ता,अलवर राजस्थान