4990.*पूर्णिका*
4990.*पूर्णिका*
🌷 खुद से बातें करना तुम 🌷
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खुद से बातें करना तुम ।
अलमस्त आहें भरना तुम ।।
प्यार यहाँ करते साजन ।
हमसे काहे डरना तुम ।।
बदलेगा ये जीवन भी ।
दुख भी अपना हरना तुम ।।
सितम नहीं ढ़ाते हरदम ।
दुनिया प्यारी धरना तुम ।।
देख फिदा रहते खेदू।
जब भी चाहों मरना तुम ।।
………✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
17-11-2024रविवार