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13 Nov 2024 · 1 min read

4948.*पूर्णिका*

4948.*पूर्णिका*
🌷 साथ निभाना हरदम साथी 🌷
22 22 22 22
साथ निभाना हरदम साथी ।
हाथ बढ़ाना हरदम साथी ।।
पग चूमेगी अपनी मंजिल।
सोच बनाना हरदम साथी ।।
काँटों का भी यूं प्यार मिले।
फूल खिलाना हरदम साथी ।।
ये वक्त के संग यहाँ चलके ।
मौज मनाना हरदम साथी।।
नायाब बने हीरा खेदू।
मन चमकाना हरदम साथी ।।
……..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
13-11-2024बुधवार

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