4899.*पूर्णिका*
4899.*पूर्णिका*
🌷 प्यार की परिभाषा क्या 🌷
212 22 22
प्यार की परिभाषा क्या।
बोल मीठे भाषा क्या।।
ठीक है ठाक यहाँ तो ।
नासमझ कह भाषा क्या ।।
भाव है अंतस में अब ।
कुछ चढ़ावा भाषा क्या।।
रोक सकता ना कोई ।
कब यहाँ भाषा क्या।।
यूं खुशी अधरों में खेदू।
नेक दिल में भाषा क्या।।
……….✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
08-11-2024शुक्रवार