4885.*पूर्णिका*
4885.*पूर्णिका*
🌷 हम जान कुरबान करते 🌷
2212 2122
हम जान कुरबान करते।
हम शान कुरबान करते।।
दिल से जिसे चाहते सच ।
हम आन कुरबान करते।।
दुनिया यहाँ महक जाती ।
हम मान कुरबान करते।।
कहते कहाँ लोग अपना।
हम बान कुरबान करते।।
बस प्यार दे आज खेदू।
हम ठान कुरबान करते।।
…….✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
08-11-2024शुक्रवार