4819.*पूर्णिका*
4819.*पूर्णिका*
🌷 जब प्यार की बात होती 🌷
2212 2122
जब प्यार की बात होती।
तब देख सौगात होती ।।
यूं महकती रोज दुनिया।
अपनी मुलाकात होती ।।
बदले जहाँ सोच हमने।
मन मेघ बरसात होती।।
कहते कहाँ आज अपना।
कब शान औकात होती।।
चाहत रखे नेक खेदू
हरदम करामात होती ।।
……..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
02-11-2024शनिवार