4805.*पूर्णिका*
4805.*पूर्णिका*
🌷 भाग्य विधाता साथ यहाँ 🌷
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भाग्य विधाता साथ यहाँ ।
देख निर्माता साथ यहाँ ।।
महके दुनिया देखो तुम ।
जीवन दाता साथ यहाँ ।।
आंसू पोछे हरदम हम ।
करम सुजाता साथ यहाँ ।।
राह निराली मन भाते।
पार लगाता साथ यहाँ ।।
सुख सागर मोती खेदू।
ताज दिलाता साथ यहाँ ।।
……..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
01-11-2024शुक्रवार