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30 Oct 2024 · 1 min read

4790.*पूर्णिका*

4790.*पूर्णिका*
🌷 बस देना खुशी चाहता हूँ 🌷
22 212 2122
बस देना खुशी चाहता हूँ ।
बस लेना खुशी चाहता हूँ ।।
महके जिंदगी रोज अपनी।
दुनिया की खुशी चाहता हूँ ।।
सच में समय बलवान देखो।
साथ यहाँ खुशी चाहता हूँ ।।
अंधेरा मिटे देख रौशन।
दीया बन खुशी चाहता हूँ ।।
जगमग ये जहां आज खेदू।
दिल से हर खुशी चाहता हूँ ।।
……..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
31-10-2024बुधवार

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