Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Oct 2024 · 1 min read

4788.*पूर्णिका*

4788.*पूर्णिका*
🌷 ख्वाब पाला हमने 🌷
2122 22
ख्वाब पाला हमने।
घास डाला हमने।।
प्यार दिल में रखते।
पहन माला हमने।।
दर्द सहा कैसे भी ।
पांव छाला हमने।।
देख खोला हरदम।
बंद ताला हमने।।
बांट खुशियाँ खेदू।
नेक ढ़ाला हमने ।।
………✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
31-10-2024बुधवार

38 Views

You may also like these posts

भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
आजकल लोग बहुत निष्ठुर हो गए हैं,
आजकल लोग बहुत निष्ठुर हो गए हैं,
ओनिका सेतिया 'अनु '
4020.💐 *पूर्णिका* 💐
4020.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
Atul "Krishn"
रोशन सारा शहर देखा
रोशन सारा शहर देखा
डॉ. दीपक बवेजा
सड़ रही है उदासी तनहाई-संदीप ठाकुर
सड़ रही है उदासी तनहाई-संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मुक़द्दर में लिखे जख्म कभी भी नही सूखते
मुक़द्दर में लिखे जख्म कभी भी नही सूखते
Dr Manju Saini
हर-सम्त शोर है बरपा,
हर-सम्त शोर है बरपा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
B52 - Nơi giải trí hàng đầu, thách thức mọi giới hạn với nhữ
B52 - Nơi giải trí hàng đầu, thách thức mọi giới hạn với nhữ
B52
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
विषय तरंग
विषय तरंग
DR ARUN KUMAR SHASTRI
छठ व्रत की शुभकामनाएँ।
छठ व्रत की शुभकामनाएँ।
Anil Mishra Prahari
मेरी अर्थी🌹
मेरी अर्थी🌹
Aisha Mohan
आधुनिकता का दंश
आधुनिकता का दंश
Sudhir srivastava
कट गई शाखें, कट गए पेड़
कट गई शाखें, कट गए पेड़
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
शहीदो की पुकार
शहीदो की पुकार
Mukund Patil
मेरी दोस्ती के लायक कोई यार नही
मेरी दोस्ती के लायक कोई यार नही
Rituraj shivem verma
हौसला
हौसला
Shyam Sundar Subramanian
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जीवन आसान नहीं है...
जीवन आसान नहीं है...
Ashish Morya
धरती मां की कोख
धरती मां की कोख
RAMESH SHARMA
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
Phool gufran
- मेरी त्रुटीया अपनो को पहचानने में -
- मेरी त्रुटीया अपनो को पहचानने में -
bharat gehlot
एक   राखी   स्वयं के  लिए
एक राखी स्वयं के लिए
Sonam Puneet Dubey
सजल
सजल
Rambali Mishra
ढीठ बनने मे ही गुजारा संभव है।
ढीठ बनने मे ही गुजारा संभव है।
पूर्वार्थ
*याद तुम्हारी*
*याद तुम्हारी*
Poonam Matia
जो सब समझे वैसी ही लिखें वरना लोग अनदेखी कर देंगे!@परिमल
जो सब समझे वैसी ही लिखें वरना लोग अनदेखी कर देंगे!@परिमल
DrLakshman Jha Parimal
नज़रें
नज़रें
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
यही पाँच हैं वावेल (Vowel) प्यारे
यही पाँच हैं वावेल (Vowel) प्यारे
Jatashankar Prajapati
Loading...